छोड़ दे मुझे माफ़ करदे "। मैं हात जोड़कर रोते हुवे उसे कहता रहा और हल्के से उस अनदेखी ताकत ने मेरे शरीर से अपने को हतालिया और फिरसे शरीर हल्का होगया। सिमरन ने ये बात अपने गांव जाकर सबको बता दी। पूरे गांव वाले और उसके रिश्तेदार मोहिनी से https://rahasyamaya.com/category/bhoot-ki-kahani/